मेरा आसूं मोती बनकर एक दिन ज़मी पे गिर गया लाख पोंछा आस्तीन से मगर आखं से टपक गया किसको मालूम था मुझमें दर्द की शिद्दत कितनी थी मुझे ...
हालात से लड़कर - HALAT SE LADKAR
हालत से लड़कर कुछ इस तरह टूटने लगे हम की अब खुद ही में खुद बिखरने लगे हम वक़्त ने सिखा दिया हैं अब जीने का सलीका खुद को ही शक़ की निगाहों से...
हालात से लड़कर - HALAT SE LADKAR
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दिसंबर 06, 2022
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