कल का लिखू आज मैं ये तम्मना मुद्दतों से हैं तेरे ना होने से मेरी ज़िन्दगी में बस इतनी कमी सी हैं मैं चाहे लाख मुस्कुरालूं इन आखों में आज भ...
एक रोज़ मुझे इश्क हुआ था - EK ROZ MUJHE ISHQ HUA THA
सर्दी का मौसम था सुबह का वक़्त था धुंदली धुंदली सी रोशनी थी आखें मल मल के राह देख रहा था वक़्त मेरी इबादत का था एक रोज़ मुझे इश्क हुआ था...
एक रोज़ मुझे इश्क हुआ था - EK ROZ MUJHE ISHQ HUA THA
Reviewed by The zishan's view
on
अक्टूबर 31, 2019
Rating: 5

एक रोज़ में भी इस दुनिया से चला जाऊंगा - EK ROZ MAI BHI IS DUNIYA SE CHALA JAUNGA
जो साथ होगा वो छूट जाएगा बादल होगा वो बरस जाएगा दोस्ती होगी वो अधूरी रह जाएगी नफरत होगी वो प्यार में बदल जाएगी दिलो में सबके अपनी यादे छोड़ ...
एक रोज़ में भी इस दुनिया से चला जाऊंगा - EK ROZ MAI BHI IS DUNIYA SE CHALA JAUNGA
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अक्टूबर 31, 2019
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