All लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
All लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

आज सारी कश्तियां जलाकर आया हूं मैं - AAJ SARI KASHTIYAN JALAKAR AAYA HUN MAI

मई 27, 2024
  आज सारी कश्तियां जलाकर आया हूं मैं उसको उसी के हाल पर छोड़ आया हूं मैं  दूरियां जब दिन ब दिन बढ़ने लगी थी तो फासलों में  और इज़ाफा कर आया ...

आखिर कौन थे मुख्तार अंसारी - AAKHIR KOUN THE MUKHTAR ANSARI

मार्च 31, 2024
  करीब दो दशक पहले की बात हैं एक बार एक विधवा औरत अपने बेटी के शादी के लिए मुख्तार अंसारी के घर जिसको फाटक कहा जाता हैं, वहां पहुंची मुख्तार...

कुछ गीत गज़लें लिखकर चला जाऊंगा मैं - KUCH GEET GAZLEN LIKHKAR CHALA JAUNGA MAI

फ़रवरी 13, 2024
कुछ गीत गज़लें लिखकर एक दिन चला जाऊंगा मैं अपने वारिस को  ये कलाम वसीयत कर जाऊंगा मैं लफ्ज़ों की शक्ल में बहते हुए जज़्बात लिखे हैं  मैंने आ...

जंग लाज़िम हैं तो लश्कर नहीं देखे जाते - JUNG LAZIM HAIN TO LASHKAR NHI DEKHE JATE

दिसंबर 31, 2023
जंग लाज़िम हैं तो लश्कर नहीं देखे जाते मैदान - ए- जंग में सर्कस नही देखे जाते शहादत  या  फताह के  परचम  के  लिए  फिर तीर  और  तरकश  नहीं  दे...

फटे हाल नहीं हूं मुकम्मल खुश गवार हूं  मैं -- Fate hall nhi mukammal khush gawar hun mai

अक्टूबर 31, 2023
फटे हाल नहीं हूं मुकम्मल खुश गवार हूं  मैं तेरा शुक्र अदा नहीं होता कैसे अदा करूं मैं बहुत नेमतें दी हैं मुझे जिसका मैं हकदार नहीं एक वक्त क...

उसके बग़ैर जीने की बरकत न मिले -- uske bagair jeene ki barkat na milen

सितंबर 16, 2023
उसके बग़ैर जीने की बरकत न मिले मुझ सा कोई अकेला दरख़्त न मिले  दिवानगी मैं ने क्या क्या लिख दिया ख़ुदा करे, उन्हें वो मेरा ख़त न मिले  आज जि...

मेरा वजूद - Mera vajud

सितंबर 13, 2023
  मेरा वजूद उनकी नज़र महज़ एक आईने की मानिंद हैं  जो एक बार गिर गया तो चकना चूर हो जाता हैं  जैसे आईने की कोई बिसात नहीं ठीक वैसे ही उनकी नज...

नींद तो बस अब नाम की रह गई हैं - Neend to bas naam ki rah gye hai

सितंबर 11, 2023
नींद तो बस अब नाम की रह गई हैं रात तो अक्सर करवटों में गुज़र जाती हैं  तुम्हे लगता हैं मैं बहुत आराम से सो रहा हूं कोई मुझसे भी तो पूछे मैं ...