यार बहुत थक गया हूं मैं
हर रोज़ भागते भागते
अब सुकून चाहता हूं
बस इक इतनी सी आरजू हैं
अब जी भर के सोना चाहता हैं
ना मंज़िल हैं कोई ना मंजिल का पता हैं कोई
किस और चलना हैं ये भी पता नही कोई
बस हवा का रुख देखकर चलता गया
और पानी के बाहव की तरह आगे बढ़ता गया
सच कहूँ तो यार खुद को मैं कही खो बैठा हूं
जाने कितने रिश्तों के खातिर खुद को मैं तोड़ बैठा हूं
भटक गया हूं मैं इस शहर के जंगल मैं
और फस गया हूं मैं इस दलदल में
भटकते भटकते रूक गया हूं मैं
यार बहुत थक गया हूं मैं
Man i am so tired
Running every day
Want to relax now
This is just the beginning
Now i want to sleep a lot
There is no floor, no floor is known
No one knows what else to walk
Just walking on the wind
And proceeded like a flow of water
Honestly, I lost myself somewhere
Knowing how many relationships I have broken myself
I have wandered in the forest of this city
And i am stuck in this swamp
I have stopped wandering
Dude, I am very tired.
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