थोडा सा लिखा हैं पन्ना लिखना अभी बाक़ी हैं ज़िंदगी हैं यारों किताब लिखना अभी बाक़ी हैं पढ़ चुका हूं मैं बहुत सी रिवायती किताबे लेकिन ...
मै सिर्फ आज को सोचता हूं /Mai sirf aaj ko sochta hun
मैं माज़ी के बारे में ज़्यादा नही सोचता क्योंकि यह मेरी आखों में आसूं ले आता हैं मुस्तकबिल के बारे में भी ज़्यादा नही सोचता क्योंकि यह ...
मै सिर्फ आज को सोचता हूं /Mai sirf aaj ko sochta hun
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जून 26, 2021
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माज़ी की किताब /Mazi ki kitab
सोचता हूं माज़ी की किताब को फिर से खोल लूं जो लिखे थे कुछ अल्फाज़ उनकी याद में उन्हें फिर से दोहरा लूं माज़ी की किताब में कुछ पन्ने ऐसे ...
माज़ी की किताब /Mazi ki kitab
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जून 26, 2021
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रिश्ते /Rishtey
रिश्ते मुझे हर तरह से निभाने आते हैं टूटते रिश्तों को मुझे बचाने आते हैं टूटने लगता हैं गर रिश्ता कोई मेरा झुक कर मुझे उन्हें संभालने...
रिश्ते /Rishtey
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जून 26, 2021
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कच्चा मकान /Kaccha makan
ये बारिश की बूंदे मुझ से कुछ कहती हैं मुझे अपने पास बुलाती हैं ऐसा लगता हैं मुझे अपने में समाना चाहती हैं मन तो मेरा भी बहुत करता हैं मै...
कच्चा मकान /Kaccha makan
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जून 19, 2021
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बंदिशें / Bandishe
मुंतज़िर हूं मैं तुम्हारा तुम जल्दी लौट कर आना गरज़ते बादलों को देखकर कहीं ठहर मत जाना ये बादलों का गरजना बिजलियों का चमकना हवा के झोंके...
बंदिशें / Bandishe
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जून 19, 2021
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मुश्किलों में हँसने का हुनर / Mushkilon me hasne ka hunar
मुश्किलों में मुस्कुराने का हुनर जानता हूं मैं इसलिए मुश्किलों को खुद पर हावी नही होने देता हूं मैं चादर हैं जितनी मेरी ख़्वाब उतने द...
मुश्किलों में हँसने का हुनर / Mushkilon me hasne ka hunar
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जून 19, 2021
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