आज ना जाने कितने मां बाप रो रो कर फोन कर रहे हैं मुझे !!
मेरा बच्चा बिगड़ गया हैं एक करोड़ देकर एम. बी .बी .एस में एडमिशन दिलवाया हूं
लेकिन बच्चा इश्क़ में खराब हो गया, एक करोड़ कभी सुना कभी पकड़ा आपने अपने हाथों में एक करोड़ को ,
मां बाप ने ज़िंदगी लगा दी एक करोड़ कमाने के लिए मेरी बेटी डॉक्टर बनेगी मेरा बेटा डॉक्टर बनेगा वो नीट पास नही कर पा रहे ज़िंदगी की पूरी दौलत एक बच्चे पर लूटा देते हैं चलो की एक करोड़ तीस लाख में बच्चे को एडमिशन दिला देते हैं वो जाने के बाद किसी से इश्क़ हो जाता हैं उसके बाद वो मोटी किताबे दिमाग में नही जाती या तो दिमाग में इल्म जाता हैं या इश्क़ जाता हैं इश्क़ आ जाता हैं तो इल्म नहीं आता फिर
इश्क़ होना ही हैं तो किताबों से ही होना हैं किताबों से इश्क़ करो इल्म मिलेगा नॉलेज मिलेगा sussess मिलेगा आपको opportunitys मिलेगा आपको लेकिन हम लोग इस चीज को समझ ही नही पा रहे हैं सिर्फ लड़के भागे भागे भागे चले जाते हैं लड़कियों के पीछे पता नहीं क्यों ,,
प्रपोज के लिए 14 फरवरी आ जाए तो ईद उल फितर से ज्यादा ईद हो जाती हैं सब देखे कॉलेजो के तवाफ करते नज़र आ जायेंगे आपको पार्क्स में नज़र आयेंगे आपको होटल में नज़र आयेंगे आपको ये लड़कियों को होटल लेकर जाना लड़कियों को पार्क लेकर जाना लड़कियों को सिनेमा लेकर जाना लड़कियों को लॉन्ग ड्राइव लेकर जाना ये सब हराम हैं ।
लेकिन ये ही चीज़ एक लड़की को लॉन्ग ड्राइव पर लेकर जाना ये हलाल भी है और इबादत भी हैं लेकिन कब शादी के बाद लोग बड़े बड़े लेटर्स लिखकर जो इंप्रेस करने की कोशिश करते हैं पता नही वो एक फूल देते ही क्या हो जाता हैं ज़िंदगी बदल जाती हैं ये ही फूल शादी के बाद देना कभी रोटी बेल रही होती हैं किचन में खिड़की से फेंकना हसबैंड,एक लेटर लिखना I LOVE YOU खिड़की से डालना यही तो हैं मोहब्बत .उसमे critivity दिखाईये उसके बाद वो सिर्फ एक दिन 14 फरवरी वाला नही होगा।
Spaicel thanks
Speech words by munawar zama motivational speaker
Comp. and space by the zishan s view
Trs. & written by zishan alam
कोई टिप्पणी नहीं