मुझे अच्छा लगेगा - MUJHE ACCHA LAGEGA
कभी उनके लबों पर मेरा ज़िक्र आये
कभी मेरे हालातो का जायज़ा ले जाये
जो लिखे हैं कुछ अल्फ़ाज़ उनकी याद में
वे पढ़े तो मुझे अच्छा लगेगा
उनका यू अचानक से आवाज़ देना
बातों बातों में हँसते हँसते यू रो देना
वो प्यारा सा चेहरा मासूम सी अदाएं
फिर से दिखाई दे तो
मुझे अच्छा लगेगा
उनकी आँखों का टिमटिमाना
पेड़ो बदलो किनारों से बाते करते रहना
अपने एहसासों को कुछ नया एहसास करते हुए
अपने लफ़्ज़ों में मेरा ज़िक्र करे तो
मुझे अच्छा लगेगा
हर कोई कहता रहता हैं मुझे
तेरी मोहब्बत में कितना दीवाना हूं में
कभी तू भी मेरी मोहब्बत में दीवानी कहलाए तो
मुझे अच्छा लगेगा
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