सोचता हूं कुछ ना लिखूं फिर सोचता हूं क्यों ना लिखूं सोचता हूं महज़ आखरी बार लिखूं मगर जब जब इस कलम की दीवानगी सताती हैं मुझे...
मैने मोहब्बत की -- MAINE MOHBBAT KI
मैंने तेरी रूह से मोहब्बत की तेरे जिस्म की कभी चाहत ना की मैंने तेरे एहसासों से मोहब्बत की तू मेरे पास नही लेकिन फिर भी की मैंन...
मैने मोहब्बत की -- MAINE MOHBBAT KI
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फ़रवरी 16, 2020
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नई सुबह का आगाज़ होना। Nai subha ka agaz hona
नई सुबह का आगाज़ होना चिड़ियों का चहकना मंदिर के शंक से अज़ान का जुल मिल जाना नींद से बेदार होना कुछ नमाज़ अदा करने जाते कुछ...
नई सुबह का आगाज़ होना। Nai subha ka agaz hona
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फ़रवरी 03, 2020
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अबर की तरह--ABAR KI TARAH
जो आए थे अब्र की तरह मेरी ज़िंदगी में वो थोड़ा बरस कर कही चले गए कुछ बूंदे हमारी पलको पर छोड़ गए कुछ हमारी यादों में रह गए बज़्म ...
अबर की तरह--ABAR KI TARAH
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फ़रवरी 02, 2020
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